विश्व की पहीली सांसद अनुभव मंडप कर्णाटका जिसका प्रतिनिधीत्व महीला करतीथी I जगातली पहीली सांसद अनुभव मंडप जिथे प्रतिनिधीत्व या महीला करायच्या.
विश्व की पहीली सांसद अनुभव मंडप कर्णाटका जिसका प्रतिनिधीत्व महीला करतीथी I जगातली पहीली सांसद अनुभव मंडप जिथे प्रतिनिधीत्व या महीला करायच्या
मा.पंतप्रधानजी यांना आठवण पत्र.शरणु शरणार्थी🙏😊💐
आज.दि. २७ / एप्रिल २०२० अक्षय तृतीया २६ ता. को देशभर में कोरॉना की वजह से सरकार के नियम का पालन करके अपने अपने अपने घरोमें जगत ज्योती महात्मा बसवेश्वर जी की जयंती बडी धूम धाम और शांतीपुर्ण मनाई आपने भी टिव्ही पे अभिवादन किया आपके कई विडीयो देखे आपका एक पुराणा विडीयो देखा अच्छा लगा इस लिए ये पत्र के माध्यम से याद दिलाई शायद ये आपतक पोहचे या ना पहुचे ये में अपने मन की बात कही आप तो सभी महापुरूषोका आदर और सम्मान करतें है, मा.पंतप्रधानजी आपका बहूत बहूत आभार जो आपने म.बसवेश्वर और उनके कार्य को समझा देश में ३ महात्मा सब को पता है चौथे महात्मा म.बसवेश्वर को पहली बार ये नाम आपणे सुना होगा ऐसा कहा बिलकुल सही है,हमारा दुर्भाग्य रहा है,जो महान पुरुष के कार्य हम नही जानते किसीने पुरा इतिहास नही पढाया और नाही हम कभी पढना चाहा. आपने देश ही नही पुरे विश्वमें संसद यानी अनुभव मंडप का भी जिक्र किया जिसमे महीला को मुख्य प्रतिनिधीत्व दिया जाता था वो भी १२ th दशक में ये हमारे देश के सभी विद्यार्थी यो को और नागरीको को मालुम होना चाहीए एैसा कहा पर ये कैसे मुमकिन हो सकता है, एैसा तब होगा जब आप गुजरात में सरदार वल्लभ भाई पटेल जी कि मुर्ती का भव्य अणावरण किया पुरे देश विदेश के लोग गुजरात जाने लगे वल्लभ जी का इतिहास जानने लगे पढने लगे.वैसे ही अगर आपणे कर्णाटक में अनुभव मंडप को गतवैभव प्राप्त करके देंगे जिस महामानव ने विश्वकी पहली संसद बनाई महीला को प्रथम स्थान प्रतिनिधी बनाया,उस संसद को आज कि स्थीती में जागतीक दर्जा दिलाना ये आपकी जिम्मे दारी बनती है आप पुरी दुनिया घुमचुके है सभी राष्ट्र से आपके संबंध अच्छे है , अनुभव मंडप का बड़ा विस्तार होगा तो पुरा देश महात्मा को पहचाने गा और जब जागतिक दर्जा मिलेगा तब पुरा विश्व जानेगा , विश्व के लोग इतिहास जानने के लिए भारत में कर्णाटक बसवण्णा की कर्मभुमी देखेगा. और १२ वे दशक में जिस महामानव ने स्त्री पुरुष समानता , अस्पृश्यता को खत्म किया , जात पात नष्ट की , रूढी , परंपरा, अंधश्रद्धा , कर्मकांड , ८० जन के अंतरजातीय विवाह करवाया. अपने शरणो के साथ लाखो वचन लिखे वचन साहीत्य आज भी उपलब्ध है I उस काल में w०rk is w०rkship को प्रथम स्थान दिया एैसे महामानव को मेरा शतशत प्रणाम अभिवादन करता हूँ जय गुरु बसवण्णा I
- लेखन मनोगत
एक लिंगायत बंधू
एस.व्ही.धोते.
महाराष्ट्र इंडिया.
शरणु शरणार्थी
मो. 84839OO161😊🙏💐
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